जनवरी के दौरान अबतक तुअर के भाव में 20 फीसद से ज्यादा की तेजी आ चुकी है.
पिछले साल 29 सितंबर 2022 तक देश में 46.1 लाख हेक्टेयर में दलहर की बुवाई हुई थी, इसके मुकाबले 29 सितंबर, 2023 तक देश में केवल 43.9 लाख हेक्टेयर में ही दलहन की बुवाई हुई है.
भारत अरहर, उड़द और मसूर जैसी दालों की कमी से जूझ रहा है.
अनियमित और अधिक बारिश के कारण तुअर और उड़द के उत्पादन पर असर पड़ा है.